West Nile fever: केरल में इस समय वेस्ट नाइल बुखार काफी तेजी से बढ़ रहा है।
प्राप्त खबरों के अनुसार यह मुख्यतः तीन जिलों में बढ़ रहा है जिसमें मल्लपुरम कोझीकोड तथा त्रिशूर हैं। इसी संक्रमण के मत देना जाए पिछले सप्ताह स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय बैठक की थी जिसमें यह निर्देश किया गया कि मानसून के आने के पहले तक सभी नालियों नल और तालाबों तथा जल संग्रहित वाले क्षेत्रों में अच्छी तरह से सफाई की जाए।
West Nile fever in kerala
आपको बता दें कि वर्तमान में केरल में कुल 10 मामले पाए गए हैं जिनमें से नौ मरीज ठीक हो गए हैं जबकि एक मरीज का इलाज अभी चल रहा है, तो चलिए अब जानते हैं कि आखिर यह वेस्ट नाइल फीवर है क्या?
What is West Nile fever
आपको बता दे की वेस्ट नाइल फीवर एक प्रकार के वायरस जिसको West Nile virus कहते हैं की वजह से फैलता है।
यह वाइरस पहली बार नील नदी के पश्चिमी तट पर पाया गया था इसलिए इसका नाम “वेस्ट नाइल वायरस” पड़ गया है।
इस वायरस का संक्रमण इंसानी शरीर में डायरेक्ट रूप से नहीं होता है जैसे मलेरिया का वायरस फैलता है ठीक उसी तरह यह वाइरस भी क्यूलेक्स पिपिएंस नाम के मच्छर के काटने से फैलता है।
West Nile fever symptoms in hindi
आपको बता दें कि 80% मरीजों में इस वायरस का कोई भी लक्षण प्रकट नहीं होता है, जबकि बचे 20% मरीजों में सामान्य फ्लू तथा बुखार के लक्षण प्रकट हो सकते हैं। कभी-कभी रेयर केस में यह एक खतरनाक मानसिक आघात पहुंचा सकता है।
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