मंदिर में इस समय पूजा नहीं करें, फल नहीं मिलेगा।

हिंदू धर्म में देवी-देवताओं का पूजन रोज़ाना किया जाता है, लेकिन पूजा का पुण्य फल तभी मिलता है जब पूजा सही समय पर और सही नियम से की जाए।

गलत तरीके से और गलत समय पर पूजा कीये जाने से देवी-देवताएं नाराज़ हो जाते हैं और ऐसी पूजा अधूरी मानी जाती है।

हमारे हिंदू शास्त्रों में पूजा करने के कई नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना जरूरी है। अगर नियम का पालन नहीं किया जाये तो पूजा सफल नहीं मानी जाती।

वैसे तो भगवान की पूजा कभी भी किसी भी समय कर सकते हैं, लेकिन एक समय ऐसा भी होता है जब मंदिर में पूजा करने से कोई फल नहीं मिलता है।

हिंदू शास्त्रों के अनुसार दोपहर के समय पूजा पाठ नहीं करना चाहिए, ये समय पूजा के लिए अच्छा नहीं माना गया है।

इस समय की पूजा भगवान स्वीकार नहीं करते हैं, इसलिए हमें 12 बजे दोपहर से लेकर दोपहर 3 बजे तक पूजा नहीं करना चाहिए।

बात यह है कि दोपहर का समय भगवान के शयन का समय माना जाता है, इसलिए इस दौरान हमें भगवान के शयन में बाधा नहीं डालना चाहिए।