Rajasthan: भारत में कई ऐसी जगह हैं जहां से जुड़ी कुछ ऐसी कहानी सुनाने को मिल जाएगी जिसे सुनकर विश्वास कर पाना काफी मुश्किल हो जाता है। आज हम आपको राजस्थान के बीकानेर में स्थित एक ऐसे शिव मंदिर के बारे में बताएंगे जहां की प्रतिमाओं को आज तक कोई सटीक तरीके से गिन नहीं पाया, तो चलिए पूरे विस्तार से आपको इस रहस्यमई और चमत्कारी मंदिर के बारे में बताते हैं।
प्रतिमाओं को गिन पाना है मुश्किल
बीकानेर से 20 किलोमीटर दूर गढ़वाला में शिवबाड़ी नाम से एक शिव मंदिर काफी प्रसिद्ध है जहां हजारों की संख्या में हर दिन लोग दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां मंदिर में भगवान के अवतार की पत्थर पर कई प्रतिमाएं हैं इन प्रतिमाओं को एक तरफ से यदि कोई गिनना शुरू करता है, और यदि किसी ने दूसरी तरफ से भी गिरना शुरू किया तो गिनती में काफी फर्क नजर आता है।
कभी भी इन प्रतिमाओं की गिनती एक सी नहीं होती। यह रहस्यमई प्रतिमाएं यह सोचने पर मजबूर कर देती हैं कि आखिर यह कैसे संभव है? आज तक इस रहस्य को कोई नहीं सुलझा पाया। राजस्थान में कई ऐसी रहस्यमई व चमत्कारी मंदिर हैं, जिनके रहस्य का पता आज तक कोई नहीं लगा पाया।
रहस्य से जुड़ी कथाएं
ग्रामीण लोगों ने बताया कि यह मंदिर करीबन 500 साल पुरानी है। यह भगवान शिव का मंदिर काफी प्रसिद्ध है और काफी दूर से लोग यहां अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं इस मंदिर में सभी प्रतिमाएं देवी देवताओं की है यहां सभी भगवान के अवतार की प्रतिमाएं। भागवत कथाओं में जितने भी देवी देवताओं की बात कही गई है उन सभी देवी देवताओं की प्रतिमाएं इस मंदिर में देखने को मिल जाएंगे और यही एक कारण है कि यह काफी आकर्षक का केंद्र है ऐसी मान्यता है कि जो भी व्यक्ति अपनी मनोकामना लेकर इस मंदिर में आता है भगवान शिव उनकी हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं।
आपको बता दें कि हर साल शिवरात्रि पर यहां बहुत बड़ा मेला लगता है और शिवरात्रि का पर्व यहां के लोग काफी धूमधाम से बनाते हैं यहां शिवलिंग के आखिरी पुरी महाराज की समाधि भी उपस्थित है।
प्रतिमाओं में लिखे हैं नाम
मंदिर में जितनी भी प्रतिमा स्थापित की गई है वे सभी पत्थर की बनी हुई प्रतिमाएं हैं साथ ही प्रतिमाओं के नीचे देवी देवताओं के नाम भी लिखे हुए इन प्रतिमाओं का रहस्य आज तक कोई सुलझा नहीं पाया है लेकिन जब भी इन प्रतिमाओं के बारे में किसी को पता चलता है तो वे लोग यकीन नहीं कर पाते। हालांकि कई लोगों ने इन प्रतिमाओं से जुड़े रहस्य को सुलझाने की कोशिश भी की है कई लोगों ने पता लगाने की कोशिश की है कि आखिर किस प्रकार प्रतिमाओं की गिनती हमेशा अलग-अलग होती है लेकिन उन्हें भी कोई सफलता हासिल नहीं हो पाई।
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