पृथ्वी दिवस: आज के दिन 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस पूरे विश्व भर में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य पृथ्वी की महत्व को लोगों से रूबरू कराना है। ताकि लोग यह समझ सके कि पृथ्वी सिर्फ मनुष्यों की नहीं बल्कि पेड़ पौधों और सभी जीव जंतुओं की है। मनुष्य पृथ्वी को अपने स्वार्थ के लिए बहुत ही बर्बरता पूर्वक उपयोग किया जा रहा है अतः लोगों को पृथ्वी के प्रति सहिष्णु बनाने और उस पर मौजूद पेड़ पौधों की महत्व को समझाने के लिए इसकी शुरुआत सर्वप्रथम 20वीं शताब्दी में अमेरिका में हुआ था। आइए जानते हैं इससे जुड़े रोचक तथ्य और इस दिन के महत्व को।
कैसे हुई इसकी शुरुआत
कैलिफोर्निया से तटो पर बड़े पैमाने पर तेल रिसाव होने के बाद अमेरिका में पृथ्वी दिवस की शुरुआत हुई। अमेरिकी सीनेटर गेलार्ड नेल्सन ने 1969 में अपने कार्यकर्ता डेनिश हेस साथ लोगों को जलवायु प्रदूषण और पर्यावरण प्रदूषण से सचेत करने के लिए इस दिन को विशेष महत्व देने के लिए इसे पृथ्वी दिवस की रूप में मनाए जाने की घोषणा की।
शुरुआत में इस कार्यक्रम में स्कूली छात्रों को सम्मिलित किया गया था लेकिन हेश ने इसे विश्व व्यापी बनाने के लिए 85 लोगों का एक राष्ट्रीय स्टाफ बनाया। हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का मानना है कि पृथ्वी दिवस अल्बर्ट के जन्मदिन पर मनाई जाती है जो की एक बहुत बड़े ही पर्यावरण संरक्षणविद हैं। 1990 आते-आते यह एक विश्व व्यापी अभियान बन गया।
अब इस अभियान से 196 देश के नेता जुड़े हुए हैं जो हर साल पृथ्वी को बचाने, ग्लोबल वार्मिंग को कम करने आदि मुद्दों पर एक साथ बात करते हैं। इस समझौते के तहत सभी देशों ने यह सुनिश्चित किया है कि वह ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक बढ़ने नहीं देंगे। जबकि ग्रीन हाउस गैस में 2030 तक 47% गिरावट दर्ज की जानी चाहिए।
क्या है इस वर्ष के पृथ्वी दिवस का थीम
हर साल 22 अप्रैल पृथ्वी दिवस को किसी थीम के साथ मनाया जाता है इस साल के पृथ्वी दिवस का विषय “प्लैनेट बनाम प्लास्टिक” है। इस अभियान में दुनिया के सभी लोगों को पृथ्वी को प्लास्टिक से हो रहे खतरे के बारे में बताना है। इस अभियान के तहत 60% तक प्लास्टिक के प्रयोग में कटौती लाने का निर्णय लिया गया है। साथ ही 2040 तक पृथ्वी को पूर्ण रूप से प्लास्टिक रहित बनाने और अपने आने वाले पीढ़ी को एक स्वच्छ और बिना प्लास्टिक वाली पृथ्वी देने का दृढ़ निश्चय करेंगे।
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