Voice cloning scam: जिस प्रकार एक सिक्के के दो पहलू होते हैं उसी प्रकार टेक्नोलॉजी के भी दो पहलू होते हैं एक सकारात्मक और दूसरा नकारात्मक। जहां आज के समय में chatgpt, Ai ने हमारा काम आसान कर दिया है वही इन आधुनिक तकनीक की वजह से क्राइम भी बहुत अधिक बढ़ने लगा है।
लगभग हर दिन नए नए स्मार्टफोन मार्केट मे आ रहें है, उनमें लगे फीचर्स के बारे में अक्सर हमें जानकारी नहीं होती, जहां एक तरफ यह स्मार्टफोंस हमारे कामों को इतना आसान कर देते हैं कि घर बैठे भी हम अपने स्मार्टफोन के जरिए काम कर सकते हैं दूर बैठे लोगों से बात कर सकते हैं तो वही आधुनिक तकनीक की वजह से यह स्मार्टफोन अब हमें खतरे की तरफ लेकर जा रहें है।
आज का हाल ऐसा है कि स्कैम करने वाले टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर लोगों को ठगने के लिए नए-नए रास्ते खोज रहे हैं। तो चलिए आज हम आपके पूरे विस्तार से बताएंगे कि स्कैमर्स किन तरीकों से हमारे ही वॉइस का इस्तेमाल कर हमारे साथ स्कैम कर रहे हैं।
Voice cloning scam
नई तकनीक जहां एक ओर जीवन को आसान बना रही है वहीं दूसरी तरफ टेक्नोलॉजी के कारण लोगों पर ठगी का खतरा भी तेजी से बढ़ता जा रहा है जिनमें से वॉइस कॉलोनीग सबसे प्रचुर है। हर रोज कोई ना कोई व्यक्ति वॉइस क्लोनिंग स्कैम का शिकार हो रहा है कुछ समय पहले एक स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा भी किया गया था स्टडी से पता चला कि 38 फ़ीसदी भारतीय अपने करीबी लोगों की रियल और क्लोन वॉइस के बीच अंतर नहीं कर पा रहे हैं। स्टडी के सामने आने से एक बात तो साफ है कि यह एक गंभीर चिंता का विषय है क्योंकि टेक्नोलॉजी इतनी एडवांस हो गई है कि एक क्लोन वॉइस हुबहू रियल वॉइस की तरह ही लगती है।
Ai का होता है इस्तेमाल
जब से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत हुई है तब से कई अलग-अलग प्रकार के स्कैम भी देखने को मिल रहे हैं। आए दीन सोशल मीडिया पर भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की वॉइस का इस्तेमाल कर कई प्रकार की वीडियो बनाई जा रही है, और लोगों ने इसका भरपूर आनंद उठाया था लेकिन जहां यह वीडियो मनोरंजन के लिए इस्तेमाल किया गया वहीं दूसरी तरफ लोगों को ठगने के लिए भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए स्कैमर्स पहले तो आपके करीबी लोगों की आवाज को कॉपी करते हैं जब आवाज कॉपी हो जाती है तो फिर उसके क्लोन जनरेट किए जाते हैं। इस आवाज का इस्तेमाल कर लोगों को डराने का काम करते हैं और ढेर सारे पैसों की डिमांड करते हैं।
कैसे पहचाने क्लोन की आवाज
वायरस क्लोनिंग स्कैन को पहचानना काफी मुश्किल हो सकता है लेकिन नामुमकिन नहीं है। अगर आपको कॉल आए और आपसे कोई आपका करीबी या फिर चाहने वाला मदद मांगे तो अलर्ट हो जाए। पैसे ट्रांसफर करने से पहले इस बात की जांच पड़ताल जरूर करें कि सामने फोन पर वाकई आपका जानकार है भी या नहीं। दूसरे फोन से उस व्यक्ति के नंबर पर कॉल करें जिसकी आवाज आपको कॉल पर सुनाई दे रही है अगर वायरस फेक हुए तो दूसरे नंबर से कॉल करने पर आपकी बात उसी व्यक्ति से हो जाएगी जिसकी आवाज आपने सुनी है।
इसके अलावा फोन पर जो आवाज सुनाई दे रही है उसे ध्यान से सुने बेशक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कितना भी एडवांस क्यों ना हो जाए लेकिन इंसानों की तरह होगा आवाज को निकालना मुमकिन नहीं है अगर आप आवाज को ध्यान से सुनेंगे तो हो सकता है कि आपको रियल और फेक वॉइस के बीच फर्क समझ आ जाए।